Saturday, September 5, 2009

तोडॊ मुझको

तो़डॊ़ मुझको
कबतक तोडॊगी
टूट गया हूं
अपनॆ पन से
मोड लिया हूं
तेरे मन से ।

(प्रकाश त्रिपाठी)

Wednesday, September 2, 2009

रहिमन

रहिमन देख बडॆ़न को लघु न दीजिये डार ।
जहां काम आये सुई कहां करे तरवारि ॥